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हैप्पी बर्थडे कांबली: पहले चार टेस्ट में ही बना डाले दो जबरदस्त रिकॉर्ड

January 18th, 2015 | by admin
हैप्पी बर्थडे कांबली: पहले चार टेस्ट में ही बना डाले दो जबरदस्त रिकॉर्ड
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मुम्बई की प्रतिष्ठित हैरिस शील्ड प्रतियोगिता में 24 फरवरी 1988 के दिन हुए करिश्माई प्रदर्शन ने भारतीय क्रिकेट को प्रतिभाएं दी। एक थे सचिन तेंदुलकर और दूसरे विनोद कांबली। एक लगातार चमक बिखेरता गया और क्रिकेट का सूरज बन गया, दूसरा तेजी से चमका लेकि न धूमकेतु की तरह खो गया। 18 जनवरी 1972 को जन्मे विनोद गणपत कांबली भारतीय क्रिकेट के उन प्रतिभाओं में से हैं जो चमक को बरकरार नहीं रख पाए। सचिन के साथ 664 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी में सचिन ने 349 रन बनाए। लेकिन भारतीय टेस्ट टीम में उन्हें सचिन के तीन साल बाद एंट्री मिली।

लेकिन टेस्ट में उन्होंने धमाकेदार एंट्री की और शुरूआती दो टेस्ट मैचों के बाद अगले दो में दो दोहरे शतक उड़ा दिए। इंग्लैण्ड के वाल्टर हेमंड और ऑस्ट्रेलिया के डॉन ब्रेडमैन के बाद वे केवल तीसरे खिलाड़ी थे जिन्होंने लगातार दो डबल सेंचुरी जड़ी। टेस्ट में सबसे तेज 1000 रन बनाने का भारतीय रिकॉर्ड उनके नाम है। शुरूआती सात टेस्ट में तो उनकी औसत 120 की थी जिसमें चार शतक थे। इसके बाद उनकी फॉर्म बिगड़ गई। उन्होंने कुल 17 टेस्ट खेले जिनमें 54.20 की औसत से 1084 रन बनाए। उनकी औसत सचिन से भी बेहतर है।

दिलचस्प बात है कि टेस्ट खेलने के तीन साल बाद वे रणजी मैच खेलने उतरे और पहली ही गेंद पर उन्हों छक्का लगाया। वहीं वनडे टीम में उन्हें 1991 में पाकिस्तान के खिलाफ अपना डेब्यू मैच खेलने का मौका मिला। इस फॉर्मेट में वे उतने सफल नहीं रहे और 104 वनडे में 32.59 की औसत से 2477 रन बना पाए। वे कई बार विवादों में रहे जिसके चलते उनका खेल जीवन प्रभावित हुआ, अगर ऎसा नहीं हुआ होता कहानी शानदार होती। कांबली ने टीम इंडिया में नौ बार वापसी की लेकिन अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए औैर आखिर कार 2000 में उन्होंने संन्यास ले लिया।

…और रो पड़े कांबली
1996 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में दर्शकों के हंगामे के बाद श्रीलंका को विजयी घोषित कर दिया। भारत को जीत के लिए 252 रन का लक्ष्य मिला लेकिन टीम लड़खड़ा गई और उसने 120 रन पर आठ विकेट गंवा दिए। इसी दौरान दर्शकों ने हंगामा कर दिया जिसके चलते मैच आगे नहीं खेला जा सका और श्रीलंका को विजयी घोषित कर दिया गया। उस समय कांबली क्रीज पर मौजूद थे और वे सुबक-सुबक कर रोने लगे।

दो बार की शादी और बन गए ईसाई
कांबली ने दो बार शादी की। पहली बार उन्होंने 1998 में नोएला लेविस से शादी की लेकिन कुछ साल बाद ही दोनों अलग हो गए। इसके बाद कांबली ने मॉडल एंड्रिया हैविट से शादी की। 2010 में उनके एक बेटा हुआ जिसका नाम जीसस क्रिस्टियानो रखा गया। 2010 में ही वे ईसाई बन गए।

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